Sunday, June 14, 2020

सूरए अत तकासुर 102







102 सूरए अत तकासुर

सूरए अत तकासुर मक्का में नाजि़ल हुई है और इसमें आठ आयतें हैं

ख़ुदा के नाम से शुरू करता हूँ जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है

कुल माल की बहुतायत ने तुम लोगों को ग़ाफि़ल रखा (1) यहाँ तक कि तुम लोगों ने कब्रें देखी (मर गए) (2) देखो तुमको अनक़रीब ही मालुम हो जाएगा (3) फिर देखो तुम्हें अनक़रीब ही मालूम हो जाएगा (4) देखो अगर तुमको यक़ीनी तौर पर मालूम होता (तो हरगिज़ ग़ाफिल होते) (5) तुम लोग ज़रूर दोज़ख़ को देखोगे (6) फिर तुम लोग यक़ीनी देखना देखोगे (7) फिर तुमसे नेअमतों के बारें ज़रूर बाज़ पुर्स की जाएगी (8)
(दुवा: ऐ हमारे प्यारे अल्लाह जिस दिन हमारे आमाल का हिसाब होने लगे मुझे मेरे माँ बाप और खानदान वालो को और सारे ईमानवालो को तू अपनी खास रेहेमत से बख्श दे। आमीन)


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