Sunday, June 14, 2020

सूरए अल फ़ील 105







105 सूरए अल फ़ील

सूरए अल फ़ील मक्का में नाजि़ल हुआ और इसकी पाँच आयतें हैं

ख़ुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है

रसूल क्या तुमने नहीं देखा कि तुम्हारे परवरदिगार ने हाथी वालों के साथ क्या किया (1)
क्या उसने उनकी तमाम तद्बीरें ग़लत नहीं कर दीं (ज़रूर) (2) और उन पर झुन्ड की झुन्ड चिडि़याँ भेज दीं (3) जो उन पर खरन्जों की कंकरियाँ फेकती थीं (4) तो उन्हें चबाए हुए भूस की (तबाह) कर दिया (5)

 

(दुवा: ऐ हमारे पालने वाले जिस दिन (आमाल का) हिसाब होने लगे मुझको और मेरे माँ बाप को और सारे ईमानदारों को तू बख्श दे आमीन)


No comments:

Post a Comment