Saturday, June 13, 2020

सूरए अल इख़लास 112


112 सूरए अल इख़लास

सूरए अल इखलास मक्का में नाजि़ल हुआ और इसकी 4 आयतें हैं

ख़ुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है

( रसूल) तुम कह दो कि ख़ुदा एक है (1) ख़ुदा बरहक़ बेनियाज़ है (2) उसने किसी को जना उसको किसी ने जना, (3) और उसका कोई हमसर नहीं (4)

 

(दुवा: ऐ हमारे पालने वाले जिस दिन (आमाल का) हिसाब होने लगे मुझको और मेरे माँ बाप को और सारे ईमानदारों को तू बख्श दे आमीन)

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