Sunday, June 14, 2020

सूरए अल इन्शिरा 94


94 सूरए अल इन्शिरा

सूरए अल इन्शिरा मक्के में नाजि़ल हुआ और इसकी आठ आयतें हैं

ख़ुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है

( रसूल) क्या हमने तुम्हारा सीना इल्म से कुशादा नहीं कर दिया (जरूर किया) (1) और तुम पर से वह बोझ उतार दिया (2) जिसने तुम्हारी कमर तोड़ रखी थी (3) और तुम्हारा जि़क्र भी बुलन्द कर दिया (4) तो (हाँ) पस बेशक दुशवारी के साथ ही आसानी है (5) यक़ीनन दुशवारी के साथ आसानी है (6) तो जब तुम फारिग़ हो जाओ तो मुक़र्रर कर दो (7) और फिर अपने परवरदिगार की तरफ रग़बत करो (8)

 

(दुवा: ऐ हमारे पालने वाले जिस दिन (आमाल का) हिसाब होने लगे मुझको और मेरे माँ बाप को और सारे ईमानदारों को तू बख्श दे आमीन)


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