Sunday, June 14, 2020

सूरए अल कौसर 108


108 सूरए अल कौसर

सूरए अल कौसर मक्का या मदीने में नाजि़र हुआ और उसकी तीन आयतें हैं

खुदा के नाम से (शुरू करता हूँ) जो बड़ा मेहरबान निहायत रहम वाला है

( रसूल) हमनें तुमको को कौसर अता किया, (1) तो तुम अपने परवरदिगार की नमाज़ पढ़ा करो (2) और क़ुर्बानी दिया करो बेशक तुम्हारा दुश्मन बे औलाद रहेगा (3)

 

(दुवा: ऐ हमारे पालने वाले जिस दिन (आमाल का) हिसाब होने लगे मुझको और मेरे माँ बाप को और सारे ईमानदारों को तू बख्श दे आमीन)


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